महिलाओं की वो 4 भूख जो कभी नहीं मिटतीं: भूख यानि तीव्र इच्छा, फिर चाहे ये स्त्री से संबंधित हो या पुरुष से, यह स्वाभाविक है। फर्क सिर्फ इतना है कि किसी में इसका स्तर कम होता है, तो किसी में ज्यादा और किसी में तो बिल्कुल भी नहीं, यानी बहुत कम है, न के बराबर. विभिन्न प्रकार की इच्छाओं में भी, कुछ की भूख/इच्छा समान होती है, लेकिन सभी की नहीं। वही अब सवाल महिलाओं का आता है तो महिलाओं की बहुत सारी इच्छाएँ होती हैं, जो कभी नहीं मिटतीं? लेकिन आइए आज के इस लेख में अभी केवल उन चार पर ही नज़र डालते है जो महिलाओं में भूख के समान पाई गई हैं।
महिलाओं की वो 4 भूख जो कभी नहीं मिटतीं
1) प्यार/मोहब्बत: प्रकृति ने महिलाओं में यह गुण कूट कूट कर भरा हुआ है। औरत जानी ही जाती है प्यार के लिए, प्यार के कई रूप होते हैं. ये सभी रूप आपको स्त्री के अंदर मिलेंगे। शादीशुदा जिंदगी में प्यार का दायरा काफी बढ़ जाता है। इस दायरे में पूरा परिवार भी आता है. आप इसके विभिन्न रूप भी देख सकते हैं. अगर प्यार में समर्पण की भावना नहीं है तो वो प्यार प्यार नहीं है। समर्पण की इसी भावना से परिवार जीवित होता है।
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पति और पत्नी परिवार के दो मुख्य आधार होते हैं। पूरे परिवार की जिम्मेदारी उन पर आ जाती है. परिवार में सबसे ज्यादा चर्चा पति-पत्नी के बीच के प्यार की होती है। यह स्वाभाविक है कि जब कोई चीज़ उपहार के रूप में दी जाती है तो उसे वापस करने की प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष इच्छा होती है। यहां देने और लेने का फॉर्मूला बिल्कुल फिट बैठता है। यदि दोनों पक्ष इस फॉर्मूले का पालन नहीं करते हैं, तो दोनों में समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। आगे चलकर वैवाहिक जीवन में जो समस्याएँ आती हैं, वे मुख्यतः इसी से जुड़ी होती हैं। इसलिए, देने और लेने के फॉर्मूले को हमेशा ध्यान में रखना बहुत जरूरी है। भूख मिटाने के लिए हाथ से खाने से अधिक संतुष्टि मिलती है और खाना भी स्वादिष्ट लगता है.
2)बातचीत की आदत: महिलाओं को बातें करना या गपशप करना बहुत पसंद होता है। इसके लिए उन्हें समय और स्थान ढूंढना जरूरी नहीं होता है. ये स्वचालित रूप से प्रकट होते हैं. भले ही उन्हें बातचीत करने के लिए कोई न मिले, लेकिन बातें उनके दिमाग में ही रहती हैं. यह आदत उनमें इतनी गहराई तक समाई होती है कि उन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन सा व्यक्ति उनसे बात कर रहा है।
3) सुन्दर बने रहने की इच्छा: हर महिला अपनी पूरी जिंदगी खूबसूरती बरकरार रखने के लिए संघर्ष में बिता देती है। इसके लिए उम्र कोई मायने नहीं रखती. हां, यह सच है कि युवावस्था के बाद आपकी गति कुछ हद तक कम हो जाती है। खूबसूरती बरकरार रखने के लिए महिलाओं को गहनों, कपड़ों, मेकअप के सामानों का गहरा शौक होता है, यहां तक कि वे ब्यूटी सैलून आदि में भी जाती हैं। और जैसा की इनका शॉपिंग करने का तरीका भी बहुत मशहूर होता है.
4) ईश्वर पर अनावश्यक विश्वास: ऐसे में उनकी उपस्थिति हर जगह पुरुषों की तुलना में कहीं अधिक होती है. उनमें अनावश्यक आस्था की इतनी तीव्र इच्छा होती है कि वे आसानी से साधुओं, बाबाओं और कर्मकांडियों के चंगुल में फंस जाते हैं। वही उनमे इसको लेके इतना लालच होता है कि वे अपने सारे गहने तक उतार देते हैं और घर का पैसा भी दोगुना करने के लिए दे देते हैं। महिलाओं में प्रचलित अंधविश्वास, रूढ़िवादिता और गलत परंपराओं के कारण वे पूजा-पाठ करती रहती हैं। इनमें अक्सर भगवान के प्रति अंधभक्ति देखी जाती है, जो हमारे समाज के लिए किसी अभिशाप से कम नहीं है।
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