Ajab Gajab – खबरे जरा हटके में ओडिशा के संबलपुर जिले में पुलिस ने एक व्यक्ति को चावल नहीं पकाने पर अपनी ही पत्नी को पीट-पीटकर मार डालने के आरोप में हिरासत में लिया घटना जमनकीरा थाना क्षेत्र के नुआडिही गांव का है
हमारा समाज अपने समस्त सदस्यों के लिए समान अधिकार और सुरक्षा की दृष्टि से बनाया जाना चाहिए। महिलाएं समाज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होती हैं और उन्हें समाज के सभी क्षेत्रों में समानता के साथ शामिल होना चाहिए। इसलिए, हमें समाज के भीतर उनकी समस्याओं के साथ सामंजस्य बनाने और उनकी समस्याओं को हल करने के लिए कदम उठाने की आवश्यकता होती है।
Husband Killed His Wife For Not Cooking Rice –
ओडिशा के संबलपुर (Sambalpur) जिले में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। यहां एक पति ने अपनी ही पत्नी को पीट-पीटकर हत्या कर दी। पति का नाम सनातन धरुआ उम्र 40 साल, इसकी पत्नी का नाम पुष्पा धरुआ जिसका उम्र करीब 35 साल है। ये दोनों बेटी कुचिंडा और एक बेटे के साथ रहती थी।
जैसा की ढेर रात सनातन काम करके घर लौटा। और हाथ पैर धोकर खाना खाने बैठे, उस वक्त सनातन को पता चला कि उसकी पत्नी पुष्पा ने सिर्फ करी ही खाने में बनाई है। चावल नहीं बनाया है। इतने में सनातन गाली-गलौज पर उतर आया। और इन दोनों के बिच बात इतनी बढ़ गई की सनातन ने पत्नी पुष्पा को पीटना शुरू कर दिया और जैसा की इस घटना में पुष्पा की मौत हो गई।
दोस्तों महिला का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने पति को रात के खाने में चावल नहीं परोसा। उसे सिर्फ करी ही खाने को दी। इतने में पति गुस्से से आगबबूला होकर बातो बातो में वो अपनी पत्नी को इतना पिटा की महिला की मौत हो गई। और इस घटना का खुलासा तब हुआ, जब मृत महिला का बेटा अपने दोस्त के घर से वापस लौटा। उसने अपनी मां को मृत पाया तो उसने पुलिस को सूचना दी, पुलिश शव को कब्जे में लेकर पति को हिरासत में ले लिया।
महिलाओ का योगदान –
महिलाओं का योगदान समाज के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। वे समाज के अंग होती हैं और अपनी सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक उन्नति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। जैसा की महिलाएं समाज में अनेक रूपों में अपने योगदान देती हैं। और अपने रोल को बहुत सी भूमिकाओं में निभाती हैं।
कुछ महिलाएं घर के कामों को संभालती हैं, अपने परिवार की देखभाल करती हैं, बच्चों को पालतू जानवरों की तरह देखती हैं, स्कूल और कॉलेज में शिक्षिका बनती हैं, वैद्य या नर्स बनती हैं, व्यवसाय चलाती हैं, और अन्य अनेक दुनियावी और आध्यात्मिक कामों को निभाती हैं।
इसलिए, हमें महिलाओं के रोल को समझना चाहिए और उन्हें सम्मान और गौरव के साथ उनके योगदान का सम्मान करना चाहिए।