भारत के चार सबसे बड़ा रेल हादसा: ओडिशा ट्रेन दुर्घटना, बिहार ट्रेन दुर्घटना 1981 Rail Disasters

4U HINDI ME
11 Min Read
भारत के चार सबसे बड़ा रेल हादसा

भारत में यह पहली बार नहीं है, जब रेल हादसा (Rail Disasters) की वजह से भारतीय रेलवे सुर्खियों में है. पिछले 42 साल में करीब 31 से ज्यादा रेलवे दुर्घटनाएं (रेल हादसा) दर्ज की जा चुकी है. इन्ही में से आज के इस आर्टिकल में हम भारत में हुए चार सबसे बड़े रेल हादसे को जानेंगे.

भारतीय रेलवे, जिसे आमतौर पर इंडियन रेलवे के नाम से जाना जाता है, यह भारत का सबसे बड़ा और अधिकांशतः उपयोग होने वाला पब्लिक ट्रांसपोर्ट संगठन है। भारतीय रेलवे जिससे हर रोज करोड़ों की संख्या में यात्री यात्रा करके अपने एक स्थान से दुसरे स्थान तक पहुंचते हैं.

भारत में ट्रेनों के चलने का इतिहास करीब 170 साल पुराना है. इस लंबे सफर में भारतीय रेलवे ने कई मुकाम हासिल किए हैं लेकिन इसी दौरान भारतीय इतिहास में कुछ यैसे हादसे भी हुए हैं जो इसके भारतीय गौरवशाली इतिहास पर एक काली बिंदु (धब्बे) के समान है. आज हम बात करेंगे भारत का चौथा सबसे बड़ा रेल हादसा के बारे में जो की ओडिशा बालासोर के बाहानगा बाज़ार स्टेशन के पास हुआ. और बिहार ट्रेन दुर्घटना 1981 मुझे नहीं लगता की इस Rail Disasters घटना को कोई भुला पाया होगा.

ओडिशा ट्रेन दुर्घटना –

ओडिशा के बालासोर में 02 जून 2023 को भीषण रेल हादसा (Odisha Triple Train Crash) हुआ। इस रेल हादसा में तीन ट्रेन आपस में ही टकराई, रिपोर्ट्स के मुताबिक इस दुर्घटना में 288 यात्री मारे गए. जबकि 1100 से अधिक लोग घायल हुए. घायलों में से कई लोगों की हालत गंभीर है. ये ट्रेन शुक्रवार को शाम बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस, शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी के बीच हुई।

ओडिशा ट्रेन दुर्घटना
ओडिशा ट्रेन दुर्घटना: Image Source – Pintrest

इसे भारत के इतिहास का चौथा सबसे बड़ा रेल हादसा कहा जा रहा है। इस हादसे में 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस, 12864 सर एम विश्वेश्वरैया- हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कुल 12 डिब्बे पटरी से उतर गए. हादसा कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन एक मालगाड़ी को पीछे से टक्कर मारने की वजह से हुई. इसे रेलवे की तकनीकी भाषा में हेड ऑन कॉलिज़न कहते हैं.

ओडिशा ट्रेन दुर्घटना कैसे हुई –

Odisha Train Accident – इस दुर्घटना में कोरोमंडल एक्सप्रेस के 12 डिब्बे पटरी से उतर गए. इन्ही में से कुछ डिब्बे दूसरी पटरी पर जा गिरी और ठीक उसी समय में दूसरी पटरी पर बेंगलुरु से आ रही यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस गुज़र रही थी. कोरोमंडल एक्सप्रेस के जो डिब्बे पटरी से उतरने के बाद दूसरी पटरी पर गए थे वो वहां से गुज़र रही यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस से जा टकराई. इसके साथ ही यह भीषण और बड़ा रेल हादसा हुआ.

ओडिशा ट्रेन हादसा क्या हुआ था?

जैसा की यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस ने दोपहर 3 बजकर 20 मिनट पर अपना सफ़र शुरू किया और इसे पहले संतरागाछी रेलवे स्टेशन पर रुकनी थी, क्यू की यहाँ इसका स्टोपेज था. फिर महज़ 3 मिनट की देरी से खड़गपुर स्टेशन पर पहुंची.

जब ट्रेन शाम को 5 बजकर 5 मिनट पर खड़गपुर स्टेशन से चलनी शुरू हुई. तो यह ट्रेन शाम 7 बजे के करीब बालासोर के पास बाहानगा बाज़ार रेलवे स्टेशन की तरफ़ आगे बढ़ रही थी. और जैसा की इस ट्रेन को बाहानगा स्टेशन पर बिना रुके सीधा आगे निकल जाना था, लेकिन यह ट्रेन स्टेशन पर मेन लाइन पे जाने की बजाय लूप लाइन की तरफ़ चली गई.

वही लूप लाइन पर एक मालगाड़ी खड़ी थी और तेज़ गति में चल रही कोरोमंडल एक्सप्रेस ने मालगाड़ी को पीछे से टक्कर मार दी. महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा ने बताया है कि किसी तकनीकी ख़राबी की वजह से कोरोमंडल एक्सप्रेस को हरा सिग्नल दिया गया या फिर तकनीकी गड़बड़ी से ही यह ट्रेन मेन लाइन को छोड़कर लूप लाइन पर चली गई, जिससे वजह से यह इतना बड़ा रेल हादसा हुआ.

दक्षिण पूर्व रेलवे की हेल्पलाइन नंबर

दक्षिण पूर्व रेलवे ने इस हादसे से प्रभावित लोगों की के लिए कई हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं. जिससे इनको मदत मिल सके, साथ ही शनिवार को दक्षिण पूर्व रेलवे हावड़ा से बालासोर के लिए एक स्पेशल ट्रेन भी चली है. जिसके ज़रिए लोग दुर्घटना वाली जगह तक पहुंच सकते हैं. आपको बता दे ये ट्रेन संतरागाछी, उलुबेरिया, बागनान, मेचेडा, पांसकुरा, बालीछक, खड़गपुर, हिजली, बेल्दा और जलेश्वर पर रुकेगी.

South Eastern Railway Helpline Number

HOWRAH      033-26382217
KHARAGPUR 8972073925, 933 2392339
BALASORE 8249591559, 7978413322
SHALIMAR 9903370746
BHADRAK 7894099579, 9337116373
JAJPUR 9676974398
CUTTACK 8455889917
BHUBANESWAR 06742534027
KHURDA 6370108046, 06742492245
BALUGAON 9937732169, 7978363145
BRAHMAPUR 8917387241
PALASA 9866029078
SANTRAGACHI 8109289460, 8340 549469
BALASORE SADAR HOSPITAL 9439 81999
BALASORE HEALTH UNIT RAILWAY NO 64810

भारत में सबसे घातक ट्रेन दुर्घटना कौन सी है?

biggest train accident in india -भारत में सबसे पहला घातक और खतरनाक दिल देहला देने वाली रेल दुर्घटना 1981 में हुई थी. जब एक ट्रेन बिहार राज्य में बागमती नदी के पुल से नदी में गिर गई थी. 6 जून 1981 को बिहार में हुए इस हादसे ने देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया. जिसमें लगभग 800 लोग मारे गए थे। इसे भारत का सबसे घातक ट्रेन दुर्घटना कहा जाता है. जब एक पैसेंजर ट्रेन की लगभग सभी डिब्बे पूरी की पूरी नदी में समा गई थी

6 जून को यात्रियों से खचाखच भरी एक 9 बोगियों वाली पैसेंजर ट्रेन मानसी से सहरसा के लिए रवाना हुई. गाड़ी संख्या (Numbar) 416dn वाली इस ट्रेन के रूट में बदला घाट और धमारा घाट स्टेशन के बीच बागमती नदी पड़ती थी. ट्रेन जब नदी पर बनें पुल संख्या-51 से गुजरी तभी वह पुल टूट गई, और अचानक ट्रेन नदी में जा गिरी.

ट्रेन के लगभग सभी डिब्बे नदी में जा गिरी, उस दिन बागमती नदी का जलस्तर भी काफी बढ़ा हुआ था, इसलिए पलक झपकते ही वो पैसेंजर ट्रेन नदी में पूरी की पूरी डूब गई. भारत में पहला सबसे घातक ट्रेन दुर्घटना इसी को कहा जाता है. जो की 6 जून 1981 को बिहार में हुई थी.

बिहार ट्रेन दुर्घटना 1981
भारत के चार सबसे बड़ा रेल हादसा: Image Source – Pintrest

भारत में दूसरा सबसे घातक ट्रेन दुर्घटना कौन सी है?

भारत में दूसरा सबसे घातक ट्रेन दुर्घटना के रूप में आपूर्ति एक्सप्रेस (Apurva Express) की दुर्घटना को कहा जाता है। यह दुर्घटना 1995 में हुई थी, जब आपूर्ति एक्सप्रेस अपनी यात्रा कर रही थी और मथुरा जंक्शन के पास दौड़ते हुए पटरी से उड़ गई। इस दुर्घटना में करीब 400 से अधिक लोगों की मौत हुई थी और कई सैकड़ों लोग घायल भी हुए थे। यह भारत की दूसरा सबसे घातक रेल दुर्घटना मानी जाती है।

तीसरा सबसे बड़ा रेल हादसा कौन सा है?

भारत में तीसरा सबसे घातक ट्रेन दुर्घटना फिरोजाबाद ट्रेन टक्कर को कहा जाता है. ये 20 अगस्त, 1995 को फिरोजाबाद, उत्तर प्रदेश के पास पुरुषोत्तम एक्सप्रेस और कालिंदी एक्सप्रेस के बीच एक जोरदार टक्कर हुई। और इस दुर्घटना ने लगभग 358 लोगों की जान ले ली.

दुनिया की सबसे बड़ी ट्रेन दुर्घटना –

दुनिया की सबसे बड़ी ट्रेन दुर्घटना की बात करें तो श्रीलंका में हुई थी। ये रेल हादसा 26 दिसंबर 2004 को हुई थी. ट्रेन, ‘द क्वीन ऑफ द सी’ (The Queen of The Sea) में सवार करीब 1700 लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे की वजह सुनामी बताई जाती है। इस रेल हादसा में पूरी की पूरी ट्रेन सुनामी की तेज लहरों में समा गई थी।

यह ट्रेन श्रीलंका की राजधानी कोलंबो से दक्षिणी शहर गाले जा रही थी। उस समय बुद्ध पूर्णिमा और क्रिसमस के कारण देश में वीकंड में छुट्टियां थीं। वही लोग छुट्टियां मनाने जा रहे थे उस दिन ट्रेन की आठ बोगियां खचाखच भरी हुई थीं। सुबह करीब 6.50 बजे इसने कोलंबो फोर्ट स्टेशन से यात्रा शुरू किया। सुबह 9.30 बजे तेलवट्टा के करीब पेरालिया में यह ट्रेन सूनामी की चपेट में आ गई।

इस रेल हादसा में डिब्बों को पानी में डूबने के कारण सभी यात्री मारे गए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस ट्रेन में उस दि 1,500 टिकट बिकी थी। लेकिन माना जाता है कि इसमें करीब 200 लोग ऐसे भी थे जो बिना टिकट के यात्रा कर रहे थे। और जैसा की इस दुर्घटना में करीब 1700 लोग मारे गए। दोस्तों यह दुनिया के इतिहास की सबसे बड़ी रेल दुर्घटना मानी जाती है.

भारतीय ट्रेन दुर्घटना में अब तक कितने लोगों की मौत हुई?

एनसीआरबी के अनुसार, 2021 में भारतीय ट्रेन दुर्घटना में अब तक कुल रेल दुर्घटनाओं में से 11,036 मौतें इस श्रेणी में आती हैं, इसके बाद 5,287 “अन्य” मामले आते हैं

Conclusion 

हमें आशा है की आज के इस पोस्ट में जो आपको जानकारिया दी गई है. जैसे की भारत में होने वाली चार सबसे बड़ी रेल हादसा के बारे में इसे आप ठीक से पूरी तरह पढ़े होंगे. और इस पोस्ट से आप पूरी तरह से संतुस्ट भी होंगे. अगर दोस्तों आपको अभी भी कोई दिक्कत या फिर आपको कुछ ना समझा हो इस पोस्ट के जरिये तो आप हमें कमेट जरुर करे.

WhatsApp Channel Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Follow Me
Share this Article
Follow:
4U HINDI ME Desk पर मै ज्यादा तो नहीं कहूँगा पर हाँ थोड़े अनुभवी और कुशल पत्रकार जरुर हैं जो पिछले कई सालों से ख़बरों पर काम कर रहे हैं. 4U HINDI ME की टीम में राजनीति, खेल, सिनेमा, विज्ञान, टेक्नोलॉजी और वैश्विक ख़बरों जैसे अलग-अलग विषयों पर लिखने वाले भरोसेमंद पत्रकार हैं. ये टीम अपने पाठकों के लिए न सिर्फ खबरें ब्रेक करने में आगे है, बल्कि हर खबर का विश्लेषण भी करती है. यह वेबसाइट विश्व समाचारों का ब्यापक कवरेज प्रदान करेगी. हम लोग इस प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर लोगों के साथ जानकारी साझा करने के लिए करेंगे. हमारा मुख्य उदेश्य आपसभी को सर्बोतम जानकारी प्रदान करना है
Leave a comment
‘इस’ बात पर विराट और अनुष्का के बीच हुई थी लड़ाई! ‘दिवाली’ सही है या ‘दीपावली’! “दिवाली” बनाम “दिवाली” “राम लला” प्राण प्रतिष्ठा की सामने आई 10 सबसे सुंदर तस्वीरें “लड़की दोस्त होने पर ग़लत फहमी ना पालें” एक बार इस बातो पे गौर जरूर करे
‘इस’ बात पर विराट और अनुष्का के बीच हुई थी लड़ाई! ‘दिवाली’ सही है या ‘दीपावली’! “दिवाली” बनाम “दिवाली” “राम लला” प्राण प्रतिष्ठा की सामने आई 10 सबसे सुंदर तस्वीरें “लड़की दोस्त होने पर ग़लत फहमी ना पालें” एक बार इस बातो पे गौर जरूर करे