इस देश ने छापा राम नाम की मुद्रा जिसकी कीमत है 20 डॉलर के बराबर

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आप सब अब तक बहोतो से महंगी करेंसी और मुद्रा देखे और सुने भी होंगे जैसा की भारतीय मुद्रा में महापुरुष की छवि गांधीजी की तस्वीर वाले नोट लेकिन दोस्तों अगर आपसे पूछा जाय कि भगवान राम की तस्वीर वाले नोट के बारे में क्या आप जानते हैं? तो मुझे लगता है ज्यादातर लोगों का जवाब ‘कुछ ना के बराबर’ ही होगा. तो चलिए आज हम आपको उस देश के बारे में बताते हैं जहां राम नाम की मुद्रा को छापा गया और जिसकी कीमत 20 डॉलर के बराबर है. और जानते है की कहां चलते है भगवान राम के नाम के नोट

पैसा एक माध्यम है जो मूल रूप से विनिमय के लिए प्रयोग होता है और वस्तुओं, सेवाओं या अन्य वस्तुओं की मूल्यांकन में उपयोग होता है। पैसा एक माध्यम है जिसके माध्यम से व्यापार, खरीदारी, निवेश और वित्तीय संचार किया जाता है। पैसे कई रूपों में हो सकते हैं, जैसे मुद्रा (नोट और मुद्रास्फीति), नकद राशि, बैंक के खाते में जमा राशि, ऑनलाइन वित्तीय लेनदेन और इलेक्ट्रॉनिक मुद्रा (जैसे क्रेडिट कार्ड या डिजिटल वॉलेट) आदि।

पैसा वित्तीय प्रणाली का महत्वपूर्ण हिस्सा है और यह आर्थिक गतिविधियों को संचालित करने, आर्थिक प्रवाह को प्रबंधित करने और व्यापारिक संबंधों को सुचारु रूप से प्रभावित करने में मदद करता है। पैसे के अलावा वित्तीय प्रणाली में अन्य माध्यम भी होते हैं, जैसे धनराशि, सामग्री, स्टॉक, बॉन्ड और वित्तीय संस्थानों द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाएं।

राम नाम की मुद्रा –

Mudra Named Ram – भारत ही नही, पूरी दुनिया में एसे कई देश है, जहां राम नाम की गूंज हमे देखने को मिलती है। आपको जानकर हैरानी होगी की अमेरिका और (Netherland And America) में इस्तेमाल होती है। इन नोटों पर राम भगवान (Lord Ram) की फोटो.

राम  मुद्रा
                                                                              राम मुद्रा

अमेरिका के एक स्टेट आयोवा की एक सोसायटी के अंदर राम मुद्रा चलती है। यहां अमेरिकन इंडियन जनजाति आयोवा के लोग रहते है। और जैसा की अमेरिका के इस सोसायटी के लोग महर्षि योगी को मानते है। महर्षि वैदिक सिटी में बसे लोग अपने कामों में इसी मुद्रा में लेन देन करते है।

राम मुद्रा किस देश में –

राम मुद्रा को साल 2001 में संयुक्त राज्य अमरीका में महर्षि महेश योगी से जुड़े एक नॉनप्रोफिट ओर्गनाईजेशन “द ग्लोबल कंट्री ऑफ वर्ल्ड पीस” (GCWP) नामक एक संस्था ने इस राम नाम मुद्रा को जारी किया। इस राम मुद्रा से उनके आश्रम के भीतर कोई भी व्यक्ति समान खरीद सकता था।

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हालांकि इस मुद्रा का इस्तेमाल सिर्फ आश्रम के भीतर ही या फिर आश्रम से जुड़े सदस्यों के बीच ही किया जा सकता था। आपको बता दे आश्रम से बाहर या फिर किसी अन्य शहर में इसका इस्तेमाल नही किया जा सकता है।

राम मुद्रा कब जारी किया गया –

GCWP “द ग्लोबल कंट्री ऑफ वर्ल्ड पीस” का मुख्यालय आयोवा में महर्षि वैदिक शहर में स्थित है। इस संस्था ने अपनी वेबसाइट पर लिखा ’24 फरबरी 2002 को वैदिक सिटी ने राम मुद्रा बांटना शुरू किया है। सिटी के आर्थिक विकास के लिए और स्थानीय व्यापार को बढ़ावा देने के लिए सिटी काउंसिल ने राम मुद्रा का चलन स्वीकार किया है।

राम मुद्रा की कीमत –

आयोवा के महर्षि वैदिक शहर में कागज की ‘एक राम मुद्रा’ की कीमत 10 अमेरिकी डॉलर तय किया गया। इस तरह के तीन नोटो का मुद्रण हुआ. जिस नोट पर एक राम, उसका मूल्य 10 डॉलर, जिसपर दो, उसकी कीमत 20 डॉलर और जिस पर राम की तीन तस्वीर छपी हुई हो, उसकी भी कीमत 20 अमेरिकी डॉलर के बराबर ही होगी। आश्रम के भीतर सदस्य राम मुद्रा का आपस में इस्तेमाल करते, आश्रम के बाहर जाने पर राम मुद्रा डॉलर के बराबर हो जाता।

यहां चलती थी राम मुद्रा –

एक समय था जब महर्षि महेश योगी के अनुयायीयो की संख्या 60 लाख से भी ज्यादा थी। अमेरिका का मशहूर इंग्लिश बैंड ’द बीटल्स’ भी एक समय महेश योगी का अनुयायी रहा. आपको बता दे उस वक्त राम मुद्रा को एक बॉन्ड की तरह बेचा गया था।

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                                                                                   राम मुद्रा

बीबीसी की एक पुरानी रिपोर्ट के अनुसार, साल 2003 में नीदरलैंड में करीब 100 दुकान, 30 गांव और साथ ही कई कस्बों के कुछ हिस्सों में ‘राम मुद्रा’ चलती थी। उस वक्त ’डच सेंट्रल बैंक’ ने जानकारी देते हुए कहा की, हम ’राम मुद्रा’ पर अपनी नजर बनाए हुए है। हमे उम्मीद है कि महर्षि महेश योगी की संस्था क्लोज ग्रुप में ही इस करेंसी ’राम मुद्रा’ का इस्तेमाल करेगी और जैसा की कानून से बाहर जाके कुछ ना करगी।

1 राम मुद्रा की कितनी कीमत है

राम मुद्रा को आमतौर पे ’वर्ड पीस बॉन्ड’ के रूप में जाना जाता है। यूरोप में यह ’राम मुद्रा’ 10 यूरोप के बराबर है। जबकि अमेरिका में यह ’राम मुद्रा’ 10 डॉलर हों जाता है।

कौन हैं महर्षि योगी –

महर्षि महेश योगी छत्तीसगढ़ राज्य में पैदा हुए. उनका असल नाम महेश प्रसाद वर्मा था. उन्होंने फिजिक्स में उच्च शिक्षा लेने के बाद शंकराचार्य ब्रह्मानन्द सरस्वती से दीक्षा ली, इसके बाद उन्होंने विदेशों में अपना प्रचार प्रसार किया. खासकर उनका भावातीत ध्यान यानी “Transcendental Meditation” ये विदेश में काफी लोकप्रिय है. वर्ष 2008 में उनकी मृत्यु हुई.

नीदरलैंड के नोट पर किसका चित्र है?

नीदरलैंड के नोट पर अलग-अलग मूल्यों की बहुत सारी नोटें चलती हैं और प्रत्येक नोट पर विभिन्न व्यक्तियों की छवियां होती हैं।
आपको बता दे नीदरलैंड में राम मुद्रा को कानूनी मान्यता मिली हुई है. यहां राम की एक तस्वीर के बदले 10 यूरो मिलते हैं। बीबीसी की एक रिपोर्ट में बताया गया कि डच सेंट्रल बैंक के अनुसार इस समय नीदरलैंड में लगभग एक लाख राम मुद्राएं चलन में हैं। लोग बैंक में जाकर इस मुद्रा के बदले 10 यूरो ले सकते है।

यहां निचे कुछ उदाहरण दिए गये हैं:

1. €5 नोट: इस पर “ईउरोपा” नामक एक आदिवासी महिला का चित्र होता है।
2. €10 नोट: इस पर “स्मारिका वन डैम” नामक नेताजी का चित्र होता है।
3. €20 नोट: इस पर “मोहम्मद बॉउडिकार” नामक नेताजी का चित्र होता है।
4. €50 नोट: इस पर “आंतोनिओ गांदी” नामक नेताजी का चित्र होता है।
5. €100 नोट: इस पर “मारियन एंटोइनेट” नामक नेत्रदानी का चित्र होता है।

विश्व में कुल कितनी मुद्राएं हैं?

विश्व में कई देशों की मुद्राएं हैं। आधिकारिक रूप से सयुंक्त राष्ट्र के अनुसार वर्तमान में दुनिया में कुल 180 करेंसी (मुद्राएं) चल रही हैं। यह मुद्राएं अलग-अलग देशों द्वारा जारी की जाती हैं और उनका उपयोग उनकी आर्थिक व्यवस्था में देशीय मुद्रा के रूप में होता है। मुद्राओं की मान्यता और मूल्य का आधार उनके देश में स्थापित कानूनी प्रक्रियाओं और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा बाजारों में निर्धारित दरों पर आधारित होता है। तथा इनमें सर्वाधिक प्रयोग किए जाने वाले करेंसी अमेरिकी डॉलर है जिसे लगभग 66 देश अपनी घरेलू करंसी के साथ साझा करते हैं।

दुनिया की सबसे महंगी करेंसी कौन सी है?

दुनिया की सबसे महंगी करेंसी की बात करे तो वर्तमान में कुवैती दिनार (Kuwaiti Dinar) है. जो की 1 कुवैती दीनार करीबन 269.34 INR के बराबर है। इस देश की मुद्रा सबसे ताकतवर इसलिए है क्योंकि इस देश में तेल काफी अधिक मात्रा में पाया जाता है। जो की कुवैत दुनियाभर में बेचता है।

दुनिया की 10 सबसे महंगी करेंसी की बात करे तो वर्तमान में, कुछ महंगी मुद्राओं की सूची निम्नलिखित है:

कुवैती दिनार (Kuwaiti Dinar)
बहरीनी दिनार (Bahraini Dinar)
ओमानी रियाल (Omani Rial)
जोर्डनी दिनार (Jordanian Dinar)
ब्रिटिश पाउंड स्टर्लिंग (British Pound Sterling)
स्विस फ़्रैंक (Swiss Franc)
लक्समबर्गी यूरो (Luxembourgish Euro)
एयरिश पौंड (Irish Pound)
सौदी रियाल (Saudi Riyal)
अमेरिकी डॉलर (United States Dollar)

इसमें से यह सूची आधिकारिक रूप से स्वतंत्र नकदी मुद्राओं (दिनार और रियाल) और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा (पाउंड, फ़्रैंक, यूरो, डॉलर) की मूल्यों के आधार पर तैयार की गई है। कृपया ध्यान दें कि मुद्रा की मूल्य बाजार के बदलते दौरान परिवर्तन कर सकती है, इसलिए इस सूची को विश्वासनीय स्रोतों द्वारा नियमित रूप से सत्यापित करना महत्वपूर्ण है।

यहां दुनिया के 10 सबसे महंगे नोटों की सूची है (वर्तमान में):

100,000 डॉलर (अमेरिकी डॉलर, संयुक्त राज्य अमेरिका)
10,000 यूरो (यूरो, यूरोपीय संघ)
1,000 फ्रैंक (स्विस फ्रैंक, स्विट्जरलैंड)
1,000 बहरीनी दिनार (बहरीन)
1,000 सिंगापुर डॉलर (सिंगापुर)
500 एयरिश पौंड (आयरलैंड)
500 कुवैती दिनार (कुवैत)
500 रियाल (सऊदी अरब)
500 यूरो (यूरो, यूरोपीय संघ)
500 स्विस फ्रैंक (स्विट्जरलैंड)

यह सूची अक्सर कलेक्टर नोट्स के लिए अधिकृत मुद्राओं को दर्शाती है जिनकी मूल्य कलेक्टर और नकदी मुद्रा प्रेमियों के बीच लोकप्रिय है। कृपया ध्यान दें कि इन नोटों का चलन आपके देश के कानूनों और नियमों के अनुसार होना चाहिए।

करेंसी और नोट में क्या अंतर है?

करेंसी (Currency) और नोट (Note) दो अलग-अलग चीजें हैं:

01. करेंसी: करेंसी एक व्यापारिक प्रतीक होती है जो किसी देश या क्षेत्र में उपयोग होने वाली मुद्रा को दर्शाती है। करेंसी देश की आर्थिक प्रणाली का मान्यता प्राप्त माध्यम होती है और उसे स्वीकार्य माध्यम के रूप में उपयोग किया जाता है। करेंसी में सिक्के (coins) और बैंकनोट (banknotes) शामिल हो सकते हैं।

02. नोट: नोट उन पेपर मुद्राओं को कहा जाता है जो एक देश या क्षेत्र में मुद्रा के रूप में चलते हैं और आमतौर पर उच्च मूल्यवान दर के होते हैं। ये पेपर मुद्राएं विभिन्न नोटों के रूप में मिलती हैं, जिनमें नकदी की संख्या, महत्वपूर्ण चिह्न, देश का नाम, सुरक्षा उपाय और अन्य विशेषताएं शामिल होती हैं। नोट कागजी माध्यम होती हैं जिन्हें मुद्रागार (currency printing) के द्वारा बनाया जाता है और वे आधिकारिक रूप से देश के निर्धारित मुद्रागार द्वारा जारी की जाती हैं।

सारांश के रूप में, करेंसी देश की मुद्रा को दर्शाती है और उसे व्यापारिक लेनदेन का माध्यम बनाती है, जबकि नोट उच्च मूल्यवान दर के पेपर मुद्राओं को दर्शाते हैं जो करेंसी के रूप में चलते हैं। करेंसी की एक मुद्रा में व्यापारिक लेनदेन करने के लिए छोटे मूल्यों के सिक्के और बड़े मूल्यों के बैंकनोट शामिल हो सकते हैं। नोटों का उद्देश्य बड़ी मूल्यों के मुद्रागार के रूप में सुरक्षा और पहचान उपायों के साथ सुरक्षित और सुविधाजनक नकदी लेनदेन सुनिश्चित करना है।

संक्षेप में कहें तो, करेंसी एक व्यापारिक मुद्रा होती है जो देश की आर्थिक प्रणाली का मान्यता प्राप्त माध्यम होती है, जबकि नोट उच्च मूल्यवान पेपर मुद्राएं होती हैं जो व्यापारिक लेनदेन के लिए उपयोग होती हैं।

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4U HINDI ME Desk पर मै ज्यादा तो नहीं कहूँगा पर हाँ थोड़े अनुभवी और कुशल पत्रकार जरुर हैं जो पिछले कई सालों से ख़बरों पर काम कर रहे हैं. 4U HINDI ME की टीम में राजनीति, खेल, सिनेमा, विज्ञान, टेक्नोलॉजी और वैश्विक ख़बरों जैसे अलग-अलग विषयों पर लिखने वाले भरोसेमंद पत्रकार हैं. ये टीम अपने पाठकों के लिए न सिर्फ खबरें ब्रेक करने में आगे है, बल्कि हर खबर का विश्लेषण भी करती है. यह वेबसाइट विश्व समाचारों का ब्यापक कवरेज प्रदान करेगी. हम लोग इस प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर लोगों के साथ जानकारी साझा करने के लिए करेंगे. हमारा मुख्य उदेश्य आपसभी को सर्बोतम जानकारी प्रदान करना है
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