भारत के सबसे बीर शक्तिशाली रानियाँ जिनसे मुग़ल और अंग्रेज भी घबराते थे

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महिलाओं का शौर्य और वीरता समाज के लिए महत्वपूर्ण होता है। महिलाएं अपने जीवन में विभिन्न रूपों में शौर्य प्रदर्शित करती हैं और समाज को वीरता के साथ मुकाबला करने में साहस दिखाती हैं। इतिहास गवाह है कि महिलाओं ने समय-समय पर अपनी बहादुरी और साहस का प्रयोग कर पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिला कर चली हैं।

Most Powerful Queens Of India भारत के सबसे बीर शक्तिशाली रानियाँ जिनसे मुग़ल और अंग्रेज भी घबराते थे. आज हम ऐसी महिलाओं के शौर्य और वीरता की बात करेंगे जिन्होंने वक्त-वक्त पर अपने साहस का परिचय देकर ये साबित किया कि महिलाएं कभी किसी से कम नहीं होती. जिन्होंने क्रांतिकारी गातिविधियों में अपना योगदान निडर होके दिया और कुछ ऐसी भी वीरांगनाएँ जिन्होंने असंभव प्रयास करते हुए किसी भी युग में न भूलने वाला काम किया और अमर हो गयी

भारत के इतिहास में कई महान रानियों ने अपनी साहसिकता और योगदान के लिए प्रसिद्धता प्राप्त की है, जिनसे मुग़ल और अंग्रेज़ सत्रारंभी रूप से घबराते थे।

भारत की सबसे शक्तिशाली रानियाँ –

01. रानी पद्मिनी (Rani Padmini): चित्तौड़गढ़ की रानी पद्मिनी राजपूताना की एक मान्यता प्राप्त रानी थीं। उन्होंने अपनी सुंदरता और साहस के कारण मुग़ल सम्राट अलाउद्दीन खिलजी के ध्यान आकर्षित किया था। उन्होंने जौहर (अग्नि समाधि) करके अपनी आत्मा की रक्षा की थी।

02. रानी दुर्गावती (Rani Durgavati): मध्य प्रदेश की रानी दुर्गावती गोंदवाना की रानी थीं और उन्होंने मुग़ल सम्राट अकबर के खिलाफ सशस्त्र विरोध किया था। उन्होंने अपने साहस और योग्यता के कारण मुग़ल सेना को तकरार की और अपनी जीवन की आहुति दी।

03. रानी लक्ष्मीबाई (Rani Lakshmibai): झांसी की रानी लक्ष्मीबाई भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की मशहूर चर्चिता रानी थीं। उन्होंने अपने साहस, स्वतंत्रता आंदोलन और सेनानायकता के लिए प्रसिद्धता प्राप्त की। 1857 की सिपाही बग़ावत (सिपाही विद्रोह) के समय, वह अपने लोहे की नाना और अद्वितीय साहस के लिए मशहूर हुईं। वह मुग़ल सेना और ब्रिटिश सेना के खिलाफ लड़ती रहीं और अंत में शहीद हो गईं।

04. रानी अहिल्याबाई होल्कर (Rani Ahilyabai Holkar): मध्य प्रदेश की रानी अहिल्याबाई होल्कर मराठा साम्राज्य की महान राजमाता थीं। उन्होंने अपनी सामरिक योग्यता, सामरिक नीतियों और न्यायप्रियता के लिए प्रसिद्धता प्राप्त की। उन्होंने मराठा साम्राज्य को विस्तारित किया और समाज के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

05. रानी जिजाबाई (Rani Jijabai): शिवाजी महाराज की माता रानी जिजाबाई मराठा साम्राज्य की महान नायिका थीं। उन्होंने अपनी प्रेरणा, धीरज और राष्ट्रभक्ति के लिए प्रसिद्धता प्राप्त की। उनके मार्गदर्शन में ही शिवाजी महाराज ने मराठा साम्राज्य की नींव रखी और विद्रोही संघर्षों में भी उनकी साथी, सलाखों के पीछे से गुणवत्ता और योग्यता के साथ, विजयी हुए। रानी जिजाबाई ने अपने पुत्र शिवाजी को धीरज और राजनीतिक विजय के लिए प्रेरित किया और उनका संघर्ष आदर्श बना। वे एक महिला के रूप में राष्ट्र निर्माण के लिए महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए प्रसिद्ध हुईं।

06. रानी पंच राणी (Rani Padmini): रानी पंच राणी, राजस्थान की राजपूतानी रानी थीं जो मेवाड़ के चित्तौड़गढ़ के शासक रावल रतन सिंह की पत्नी थीं। उनकी सुंदरता और साहस की कथाएं मशहूर हैं और उन्होंने अलाउद्दीन खिलजी के प्रति अपनी गहरी स्नेह भावना का प्रमाण दिया।

07. रानी झल्लूदेवी (Rani Jhalloodevi): रानी झल्लूदेवी राजस्थान की महान रानी थीं। वह मेवाड़ के सिसोदिया राजवंश की प्रमुख रानी थीं और अपने साहस और नेतृत्व के लिए प्रसिद्ध हुईं। उन्होंने मुग़ल सम्राट अकबर के खिलाफ लड़ाई लड़ी और अपने राज्य की स्वायत्तता की रक्षा की।

08. रानी अवंतिभाई (Rani Avantibai): रानी अवंतिभाई बांदा की रानी थीं, जो ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए जानी जाती हैं। वह अपने पति की मृत्यु के बाद राजमहल का प्रबंधन करने के साथ-साथ स्वतंत्रता संग्राम में अपने लोगों के साथ सक्रिय रहीं।

09. रानी कित्तूर चेन्नम्मा (Rani Kittur Chennamma): कर्नाटक की रानी कित्तूर चेन्नम्मा एक प्रमुख रानी थीं, जो ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ लड़ाई लड़ी। उन्होंने 19वीं सदी के शुरुआती दशक में कित्तूर विरोधी सेना का नेतृत्व किया और अपने राज्य की स्वाधीनता के लिए संघर्ष किया।

10. रानी चेन्नाम्मा (Rani Chennamma): रानी चेन्नाम्मा कर्नाटक की महान रानी थीं जिन्होंने ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ लड़ाई लड़ी और अपने राज्य की स्वायत्तता की रक्षा की। उन्होंने कई सामरिक युद्धों में अपनी नेतृत्व की आवश्यकता साबित की और अपने लोगों को प्रेरित किया।

भारत की सबसे शक्तिशाली रानियाँ -
भारत की सबसे शक्तिशाली रानियाँ –

ये रानियाँ अपने साहस, योग्यता, और सामरिक नीतियों के कारण मुग़ल और अंग्रेज़ सत्रारंभी रूप से घबराते थे। उनके योगदान ने उन्हें देशभक्ति की महान प्रतीक बना दिया है। उन्होंने हिन्दू साम्राज्य की रक्षा की और अपने लोगों की आवाज उठाई। उनकी कथाएँ हमें यह याद दिलाती हैं कि वीरता और साहस कोई धर्म, जाति या लिंग का मामला नहीं होता है, बल्कि यह मानवता की महानता और साहस का प्रतीक होता है।

विश्व की सबसे शक्तिशाली रानी कौन थी?

Queen Elizabeth: ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का 96 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनके निधन से पूरी दुनिया में शोक की लहर थी। वे दुनिया की सबसे शक्तिशाली महिलाओं में शमिल थीं। वे अकेली ऐसी महिला थीं विश्व की, जिन्हें विदेश यात्राके लिए पासपोर्ट या वीजा की आवश्यकता नहीं पड़ती थी

ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ सेकंड (Elizabeth II) हैं। वे 6 फरवरी 1952 से ब्रिटेन और कॉमनवेल्थ राष्ट्रों की महारानी हैं और वर्तमान में सबसे लंबे समय तक सत्ता में रहने वाली ब्रिटेनी मोनार्क हैं।

महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने अपने संदिग्धात्मक राजनीतिक भूमिका और सटीकता के लिए प्रसिद्धता प्राप्त की है। उन्होंने अपने दौर में संविधानिक और प्रशासनिक कार्यक्रमों का पालन किया है और समाज, सामरिक और आर्थिक मामलों में अपने राष्ट्र के लिए मान्यता प्राप्त की है।

एलिजाबेथ द्वितीय को “विश्वविदिता महारानी” के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि वे अपने कार्यकाल में विश्वभर में यात्राएं की हैं और विभिन्न देशों के लोगों से मिली हैं। उनकी व्यक्तिगत और शानदार व्यक्तित्व ने उन्हें वैश्विक स्तर पर मान्यता और सम्मान प्राप्त कराया है।

भारत की पहली रानी कौन है?

भारत की पहली रानी कौन है?

भारत की पहली रानी के रूप में, रानी पद्मिनी को माना जाता है। वह राजपूताना के चित्तौड़गढ़ की रानी थीं और 13वीं शताब्दी में राजसिंह के साथ विवाह की। उन्होंने अपनी वीरता और साहस के लिए प्रसिद्धता प्राप्त की और उनकी कथा भारतीय इतिहास में गाथा जाती है।

दुनिया की पहली रानी कौन थी?

महारानी विक्टोरिया दुनिया की पहली महारानी बनीं थी. महारानी विक्टोरिया, ब्रिटिश साम्राज्य की सबसे प्रसिद्ध और महत्त्वपूर्ण महिला राजमाता थीं। वह 1837 से 1901 तक ब्रिटिश साम्राज्य की संचालिका रहीं, जिसे विक्टोरिया युग के रूप में जाना जाता है। उनके शासनकाल को “विक्टोरिया की राज” के नाम से जाना जाता है। उन्होंने ब्रिटिश साम्राज्य को एक विश्वशासी और प्रभावशाली सत्ता के रूप में स्थापित किया।

वह सम्राट और महारानी के रूप में ब्रिटेन के सबसे लंबे अवधि के शासनकाल को प्राप्त करने वाली थीं। विक्टोरिया ने इंग्लैंड और उसके आधीनस्थ राज्यों की विशाल संपदा, संस्कृति, और शासन पर गहरा प्रभाव डाला। उनकी राजनीतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक योगदान के कारण, विक्टोरिया को एक महिला राजमाता के रूप में व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त है।

दुनिया की रानी कौन थी?

दुनिया में कई महिलाएं रही हैं जो अपने क्षेत्र और काल में प्रमुख राजमाताएं थीं। यहां कुछ प्रसिद्ध दुनिया की महिला राजमाताओं का उल्लेख है:

रानी एलिजाबेथ II: ब्रिटेन की रानी एलिजाबेथ II, जो 1952 से वर्तमान तक शासन कर रही हैं, दुनिया की सबसे लंबे अवधि तक शासन करने वाली महिला राजमाता हैं। उनका शासनकाल “एलिजाबेथ का युग” के नाम से जाना जाता है।

रानी विक्टोरिया: ब्रिटेन की महारानी विक्टोरिया, जिन्हें 1837 से 1901 तक शासन करने का गौरव प्राप्त है, ब्रिटिश साम्राज्य की सबसे प्रमुख महिला राजमाता रहीं।

रानी क्लियोपेट्रा: एग्यप्ट की रानी क्लियोपेट्रा, जिन्हें उनकी सामरिक और राजनीतिक योग्यता के लिए जाना जाता है, एक प्रमुख दुनिया की राजमाता रहीं।

रानी विक्टोरिया नंदीनी कुंवरी: नेपाल की रानी विक्टोरिया नंदीनी कुंवरी, जिन्हें 1847 से 1850 तक शासन करने का महान योगदान प्राप्त है, दुनिया की पहली महिला राजमाता रहीं।

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