Nasa Lands Chandrayaan-3: जैसा की आप सभी को पता है की 23 August 2023 को हमारा Chandrayaan-3 चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित पहुँच गया था। लेकिन कुछ तकनीकी समस्याओं की वजह यह मिशन ज्यादा समय तक नही चल पाया। अब नासा के सूत्रों से खबर आ रही है की उनका Moon Lander Chandrayaan-3 के करीब उतरने वाला है। Nasa क्यों Chandrayaan-3 के पास उतरने वाला है आज हम इस पोस्ट के माध्यम से आपको समझाते है। Nasa का मिशन, जिसे IM-1 के नाम से भी जाना जाता है, चंद्रमा की सतह के एक बड़े पैमाने पर अज्ञात हिस्से में Payloads का एक सूट पहुंचाने के लिए तैयार है, जिसका लक्ष्य Malapert A Crater पर एक Soft Landing करना है।
Nasa Lands Nova-C Mission
Intuitive Machines अपने Nova-C Lander को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र में लॉन्च करने की तैयारी मे लगा हुआ है, जिसका अहम लक्ष्य उस क्षेत्र से ज्यादा दूर नहीं है जहां भारत के Chandrayaan-3 ने इतिहास रचा था। इस मिशन का महत्व इसके Destination में निहित है, चंद्रमा का दक्षिणी ध्रुव (Dark Side), एक ऐसा क्षेत्र जिसने वैज्ञानिकों और अंतरिक्ष उत्साही लोगों को समान रूप से अपनी तरफ आकर्षित किया है। सभी को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के बारे मे जानने की मन लुभाने वाली रुचि है।
Moons Malapert A Crater
![Nasa will land Nova-C spacecraft near Chandrayaan-3 on the Moon](https://4uhindime.com/wp-content/uploads/2024/02/NASA_nova_c_1707643112506_1707643168555.jpg)
Nasa द्वारा चुना गया Landing स्थल Malapert A , बड़े Malapert Crater के पास एक उपग्रह Crater है, जो करीब 69 किलोमीटर तक फैला हुआ है। इस क्षेत्र का नाम Charles Malapert के नाम पर रखा गया है, जो Astronomy विज्ञान के इतिहास में एक जाने माने प्रसिद्ध व्यक्ति हैं, और यह Apollo 16 Landing स्थल पर पाए जाने वाले चंद्र उच्चभूमि सामग्री से मिलकर बना है।Intuitive Machines का Nova-C Lander चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव से लगभग 300 किलोमीटर दूर उतरने के लिए तैयार है । Malapert Massif की निकटता, जो इस क्षेत्र की एक मुख्य विशेषता है, इस क्षेत्र के महत्व को Point Out करती है, यह Nasa के Artemis 3 मिशन के लिए मत्वपूर्ण 13 उम्मीदवार स्थानों में से एक है।
Why Select This Site For Novo-C ?
Nova-C Lander के लिए इस साइट का चयन संभावित ऐसी जगह जहाँ जल बर्फ जमा सहित चंद्रमा के ध्रुवीय संसाधनों की खोज और उसे ठीक ढंग से समझने में रणनीतिक रुचि को उजागर करता है। Landing स्थल उस स्थान से लगभग 1500 किलोमीटर दूर है जहां Chandrayaan-3 चंद्रमा पर Land था, जिसे शिव शक्ति बिंदु के रूप से भी जाना जाता है। सुनने मे सायद आपको यह दूरी ज्यादा लग रही होगी किंतु अंतरिक्ष Level पर दूरी कुछ भी नही है।
IM-1 चंद्रमा पर क्या करने वाला है?
मिशन का मुख्य उद्देश्य वैज्ञानिक अध्ययन करना और उन्नत प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन करना है। इस Lander मे सटीक Landing क्षमताएं और संचार और Navigation Nodes की स्थापना भी शामिल हैं, जो भविष्य के चंद्र यान मिशनों के लिए महत्वपूर्ण हैं। Nova-C Lander पांच नासा Payloads और अतिरिक्त Commercial Cargo ले जाएगा, जो चंद्रमा के बारे में हमारे ज्ञान में आत्यदिक मूल्यवान Data का योगदान देगा।
Intuitive Machines की यह बेहद महत्वाकांक्षी परियोजना भारत की Chandrayaan-3 की सफलता के बाद है, जिसमें हमारा देश भारत चंद्रमा के दक्षिण ध्रुवीय क्षेत्र में उतरने वाला सबसे पहला देश बन गया। Nova-C Lander का लक्ष्य चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के रहस्यों के ऊपर से पर्दा उठाना और अधिक उजागर करना है, Chandrayaan-3 की विरासत को आगे बढ़ाना और चंद्र विज्ञान में अगले अध्याय के लिए मंच तैयार करना है।