श्रीकृष्ण के ये अद्भुत रहस्य आपको जरुर जाननी चाहिए

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दोस्तों जैसा की आप सभी जानते है की श्री कृष्ण का जन्म मथुरा के कारागार में हुआ था. और वे माता देवकी और पिता वासुदेव की ८वीं संतान थे. श्रीमद भागवत के वर्णन अनुसार द्वापरयुग में भोजवंशी राजा उग्रसेन मथुरा में राज करते थे. उनका एक आततायी पुत्र कंस था और उनकी एक बहन देवकी थी.

और भगवान श्रीकृष्ण का पूरा जीवन उनकी लीलाओं से भरा पड़ा है, जिसके कारण उनका व्यक्तित्व उतना ही मनमोहक लगता है. लेकिन आपको बता दे की मनमोहक के साथ – साथ इनका पूरा जीवन रहस्यों से भी भरा पड़ा है. तो आज हम आपको उनके बारे में एसी ही कुछ रहस्यमयी बातों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे शायद कोई नहीं जानता होगा. तो दोस्तों श्रीकृष्ण के ये अद्भुत रहस्य आपको जरुर जाननी चाहिए

श्रीकृष्ण का रंग?

दोस्तों ज्यादातर लोगों का कहना और मानना है कि कान्हा यानी श्रीकृष्ण का रंग सांवला या श्यामवर्ण है. श्यामवर्ण यानी कुछ-कुछ काला और कुछ-कुछ नीला. जैसे सूर्यास्त के बाद जब दिन अस्त होने वाला होता है तो आसमान का रंग काले और नीले जैसा हो जाता है. और वेदों के अनुसार, भगवान कृष्ण एक गहरे रंग के द्रविड़ देवता हैं. यहां तक ​​कि ओडिशा में पारंपरिक पट्टा चित्र (कपड़ा कला) में भी, भगवान कृष्ण और विष्णु को हमेशा काली त्वचा वाले दिखाया गया है.

श्रीकृष्ण की गंध?

दोस्तों मान्यता के अनुसार श्रीकृष्ण के शरीर से मादक गंध आती थी. इस वजह से कई बार वेष बदलने के बाद भी कृष्ण पहचाने जाते थे. और कई ग्रंथों के अनुसार कृष्ण के शरीर से गोपिकाचंदन और और रातरानी की मिलीजुली खुशबू भी आती थी. कुछ लोग इसे अष्टगंध भी कहते है.

श्रीकृष्ण के शरीर का रहस्य?

दोस्तों कहा जाता है कि श्रीकृष्ण अपनी देह को अपने हिसाब से ढाल लेते थे. कभी उनका शरीर स्त्रियों जैसा सुकोमल हो जाता था तो कभी बेहद कठोर. और कहा जाता है कि युद्ध के समय उनका शरीर वज्र की तरह कठोर हो जाता था. ऐसा इसलिए हो जाता था क्योंकि वे योग विद्या में निपुण थे.

श्रीकृष्ण थे चिरयुवा?

दोस्तों भगवान श्रीकृष्ण ने जब 119 वर्ष की उम्र में देहत्याग किया तब उनकी देह के केश न तो श्वेत थे और न ही उनके शरीर पर किसी प्रकार से झुर्रियां पड़ी थी. अर्थात वे 119 वर्ष की उम्र में भी युवा जैसे ही थे.

श्री कृष्ण काल नहीं थे फिर गीता वाला काल कौन सा है?

दोस्तों भगवद् गीता में भगवान कृष्ण स्वयं को ‘काल’ घोषित करते हैं – “क्लो ‘स्मि” अर्थात समय मैं हूँ, संसार का नाश करने वाला (भगवद गीता 11.32)

कृष्ण भगवान की सबसे प्रिय पत्नी कौन थी?

दोस्तों रुक्मिणी (या रुक्मणी) भगवान कृष्ण की इकलौती पत्नी और रानी हैं. द्वारका के राजकुमार कृष्ण ने उनके अनुरोध पर एक अवांछित विवाह को रोकने के लिए उनका अपहरण कर लिया और उनके साथ भाग गए और उन्हें दुष्ट शिशुपाल (भागवत पुराण में वर्णित) से बचाया.

भगवान श्री कृष्ण को कौन सा रंग पसंद है?

दोस्तों कहा जाता है कि श्री कृष्ण को नारंगी और पीला रंग सबसे ज्यादा पसंद था, और इसलिए इन रंगों के कपड़े पहनकर पूजा करना शुभ भी माना जाता है.

भगवान कृष्ण को कौन सा फूल पसंद है?

तो दोस्तों कुमुद, करवरी, चणक, मालती, नंदिक, पलाश और वनमाला भगवान कृष्ण के पसंदीदा फूल हैं.

क्या कृष्ण और विष्णु एक ही हैं?

दोस्तों भगवद गीता कृष्ण को न केवल ब्राह्मण के रूप में बल्कि ‘विष्णु के अवतार’ और अर्जुन के मित्र के रूप में भी दर्शाती है. इस दृष्टिकोण के अनुसार स्वयं भगवान कृष्ण को विष्णु का पूर्ण-अवतार (पूर्ण अवतार) माना जाता है, या कुछ के अनुसार, सार्वभौमिक नारायण जो ब्रह्म से भी परे हैं.

कृष्ण भगवान ने राधा को क्यों छोड़ा?

ऐसी भी मान्यता है कि श्रीकृष्ण ने राधा से इसलिए विवाह नहीं किया क्योंकि वह साबित करना चाहते थे कि प्रेम और विवाह दो अलग-अलग चीजें हैं. प्रेम एक नि:स्वार्थ भावना है जबकि विवाह एक समझौता या अनुबंध है. एक मत के मुताबिक, श्रीकृष्ण ने राधा से इसलिए विवाह नहीं किया ताकि मनुष्यों को आंतरिक प्रेम के बारे मे सिखाया जा सके.

भगवान श्री कृष्ण के कितने बच्चे थे?

दोस्तों पुराणों के अनुसार कृष्ण की 1 लाख 61 हजार 80 पुत्र थे. और इतना ही नहीं, उनकी सभी स्त्रियों के 10-10 पुत्र और एक-एक पुत्री भी उत्पन्न हुई. इस प्रकार उनके 1 लाख 61 हजार 80 पुत्र और 16 हजार 108 कन्याएं थीं.

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