Ranji Trophy: बीसीसीआई ने कहा नहीं कर सकते आप मनमानी, ईशान किशन सहित ये खिलाड़ी को रणजी खेलना जरूरी

ASIYA SHEKH
2 Min Read
Ranji Trophy

Ranji Trophy: रणजी ट्रॉफी का शुरुआती दौर जल्द ही खत्म होने वाला है और अब जाकर उन खिलाड़‍ियों के लिए बीसीसीआई (BCCI) ने इसमें खेलना अनिवार्य कर दिया है, जो आईपीएल (IPL) शुरू होने तक अपना समय खराब कर रहे हैं। रणजी ट्रॉफी में ग्रुप चरण का आखरी मैच 16 फरवरी को खेला जाएगा। 23 फरवरी से नॉकआउट मुकाबले शुरू होनेवाले है। बीसीसीआई (BCCI) का यह संदेश ईशान किशन के साथ बाकी और खिलाड़ियो के लिए बताया जा रहा है, जो अपने-अपने राज्यों की टीमों के लिए नहीं खेल रहे हैं।

बीसीसीआई का बड़ा निर्णय

रणजी ट्रॉफी नहीं खेलने के बदले आईपीएल (IPL) का इंतजार कर रहे उन खिलाड़‍ियों के लिए टेंशन लाकर खड़ा कर दिया है बीसीसीआई ने। बोर्ड ने खिलाड़‍ियों का रणजी ट्रॉफी में खेलने के लिए मजबूर कर दिया है। ईशान किशन, कृणाल पंडया और दीपक चहर के अलावा कई खिलाड़ी इन दिनों आईपीएल के अभ्‍यास में लगे हुए हैं क्‍योंकि वो आईपीएल खेलने के लिए पूरी तरह होना चाहते हैं।

अनुशासन पैदा करने के लिए लिया निर्णय

बीसीसीआई का यह कठोर निर्णय खिलाड़‍ियों के बीच अनुशासन पैदा हो इस लिए लिया है। ईशान किशन इस दौरान बदौड़ा के केम्प में ट्रेनिंग कर रहे हैं। वहीं क्रुणाल और दीपक भी रणजी ट्राफी से दूर हैं। अब इन सभी को रणजी ट्रॉफी खेलना अनिवार्य कर दिया है। सूत्रों के अनुसार, खिलाड़ी केवल इंटरनेशनल क्रिकेट या आईपीएल (IPL) को ही प्राथमिकता नहीं समझ सकते। उन्हें खुद को घरेलू क्रिकेट के लिए उपलब्ध करना होगा। उन्हें अपनी राज्य की टीमों के प्रति उनका सम्मान करना होगा।

इसे भी जरूर पढे:

IND vs ENG: केएल राहुल पर आई बड़ी खबर, राजकोट टेस्ट से हुए बाहर, देवदत्त पडिक्कल को मिला मौका!

IND vs ENG: अगले तीन टेस्ट के लिए भारतीय टीम का ऐलान, विराट फिर हुए बाहर, बंगाल के इस खिलाड़ी को मिला मौका

WhatsApp Channel Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Follow Me
Share this Article
Follow:
मैं ASIYA SHEKH 4 साल से मीडिया क्षेत्र से जुड़ी हुई हूं। मैं जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन में ग्रेजुएट हूं। लाइफस्टाइल, मनोरंजन और हेल्थ पर लिखना मेरी स्पेशलाइजेशन है। इसके अलावा मुझे पॉलिटिकल पर भी लिखना पसंद है। मैं फिलहाल 4u Hindi Me के लिए खबरें लिखती हूं। खबरें जो मैं लिखती हूँ वो अच्छी हों और रीडर्स को पढ़ने में अच्छा लगे, जो तथ्य हों वो सही हों, इसी पर मेरा पूरा जोर रहता है।
Leave a comment