Indian Navy Tests BrahMos: भारतीय नौसेना ने ब्रह्मोस मिसाइल का सफल परीक्षण किया करीब 900 km का

4U HINDI ME
5 Min Read
Indian Navy Tests BrahMos

Indian Navy Tests BrahMos: भारत की नौसेना ने ब्रह्मोस मिसाइल की एक लबी दूरी तक मारक क्षमता वाली मिसाइल का सफल परीक्षण कर लिया है। 2016 में भारत के MTCR का सदस्य बनने के बाद से, ब्रह्मोस एयरोस्पेस ने Supersonic Cruise मिसाइल मे कुछ Upgrade कर के सीमा को 290 km से तीन गुना से बढ़ाकर करीब करीब 900 km कर दिया गया है।

भारतीय नौसेना ने 24 जनवरी को सभी को बता दिया की उसने ब्रह्मोस Supersonic Cruise मिसाइल का उपयोग करके बहुत ही लबी दूरी पर भूमि-आधारित लक्ष्य को सफलता पूर्वक मार गिराया। नौसेना द्वारा जारी मिसाइल प्रक्षेपण की तस्वीरों से पता चला कि यह सफल परीक्षण राजपूत श्रेणी के विध्वंसक जहाज, INS रणवीर या INS रणविजय से किया गया था।

ब्रह्मोस भारतीय नौसेना द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली सबसे पसंदीदा आक्रामक करने वाली मिसाइल मे से एक है और इसके विभिन्न प्रकार के Varient का अक्सर परीक्षण किया जाता है। 24 जनवरी का परीक्षण, जिसने “लड़ाकू और दिये गए मिशन के लिए तैयार जहाजों से बढ़े हुए Range के सटीक मारक क्षमता” साबित की है, उपयोग करने के साथ मेल खाने वाले जगह Alert के कारण उल्लेखनीय था। 24 से 25 जनवरी के बीच करीब 900 km की अधिकतम दूरी वाला नो-फ्लाई ज़ोन को पहले ही चेतावनी दे दिया गया था। यह ब्रह्मोस मिसाइल परीक्षण के लिए सबसे लंबी दूरी वाला ज्ञात क्षेत्र अलर्ट है, जो मज़बूती से दर्शाता है कि मिसाइल अब 900 किलोमीटर तक की दूरी तक पहुंचने में समृद्ध है।

Also Read: India’s BrahMos-II Plans: भारत की योजना क्यों आधे में लटकी हुई है

ब्रह्मोस मिसाइल, भारत और रूस के बीच एक मिल जुलकर बनाई गई परियोजना है, यह परियोजना शुरू में 290 km की अधिकतम सीमा तक सीमित थी क्योंकि भारत मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था (MTCR) में हिस्सा नहीं था। लेकिन भारत 2016 में सदस्य बन गया और मार्च 2017 तक मिसाइल की मारक क्षमता 400 km से अधिक तक बड़ा कर प्रदर्शन किया था। संशोधनों में Software को बदलने और प्रणोदन प्रणाली में कुछ छोटे मोटे चीजो को बदलना भी शामिल था।

जुलाई 2021 में, 760 km की अधिकतम लंबी दूरी वाला नो फ्लाई ज़ोन को बनाया गया था। हालाँकि, प्रयोग के बाद बूस्टर के प्रज्वलित न हो पाने के कारण ब्रह्मोस का यह परीक्षण सफल नही हो पाया। जनवरी 2022 में, लगभग 780 किमी की लंबाई वाला एक समान क्षेत्र बनाया गया था, और “उन्नत क्षमता” वाली ब्रह्मोस मिसाइल का सफलता पूर्वक परीक्षण फिर से किया गया था, यह मिसाइल पूरी तरह से सफल हो गई थी।

Indian Navy Tests BrahMos
                                                                   Indian Navy Tests BrahMos : image source – Pinterest

मिसाइल के लिए करीब 900 km की अधिकतम दूरी वाली ब्रह्मोस एयरोस्पेस का एक सबको बताया गया उद्देश्य था। 2016 के बाद से Range में तीन गुना वृद्धि हुई है, इसलिए भी इतिहास मे लिखने लायक है क्योंकि Range मे वृद्धि को मिसाइल के सभी वेरिएंट पर लागू किया जा सकता है, जिसमें हवा से भी लॉन्च किया जाने वाला वेरिएंट शामिल है। 290 km की दूरी तक सीमित पुरानी मिसाइलों को भी लंबी दूरी के लिए उन्नत किया जा सकता है, हालांकि वे पूरी 900 km की सीमा हासिल कर भी सकती हैं या नहीं यह स्पष्ट नहीं अभी तक है।

900 km की सबसे अधिक Range वाले एंटी-शिप मिसाइल का प्रयोग होने पर, मिसाइल द्वारा हासिल की गई ऐसी अधिक Range का उपयोग करने के लिए बेहतर समुद्री डोमेन की जागरूकता और ISR क्षमताओं के लिए भारतीय नौसेना की आवश्यकताओं पर ध्यान केंद्रित किया जाने वाला है । Naval News ने पहले विभिन्न युद्ध के अभ्यास के क्षेत्रों में भारत की लंबी दूरी की नौसैनिक मिसाइलों के बढ़ते शस्त्रागार के बारे में Report दी थी।

Read More: Vayu Shakti Jets 2024: भारत के IAF के अभ्यास में कौन कौन से लड़ाकू विमान लेंगे हिस्सा?

Read More: Life in Asteroid Matter: वैज्ञानिकों ने Asteroid पदार्थ में संभावित जीवन के बीज की खोज की

WhatsApp Channel Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Follow Me
Share this Article
Follow:
4U HINDI ME Desk पर मै ज्यादा तो नहीं कहूँगा पर हाँ थोड़े अनुभवी और कुशल पत्रकार जरुर हैं जो पिछले कई सालों से ख़बरों पर काम कर रहे हैं. 4U HINDI ME की टीम में राजनीति, खेल, सिनेमा, विज्ञान, टेक्नोलॉजी और वैश्विक ख़बरों जैसे अलग-अलग विषयों पर लिखने वाले भरोसेमंद पत्रकार हैं. ये टीम अपने पाठकों के लिए न सिर्फ खबरें ब्रेक करने में आगे है, बल्कि हर खबर का विश्लेषण भी करती है. यह वेबसाइट विश्व समाचारों का ब्यापक कवरेज प्रदान करेगी. हम लोग इस प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर लोगों के साथ जानकारी साझा करने के लिए करेंगे. हमारा मुख्य उदेश्य आपसभी को सर्बोतम जानकारी प्रदान करना है
Leave a comment